प्रकृति मां सबसे सुन्दर हैं. मेरी कोशिश है मैं उनकी खूबसूरती को अपनी स्मृतियों में बसा लूँ.
Saturday, 22 December 2012
Wednesday, 28 November 2012
Sunday, 30 September 2012
Friday, 14 September 2012
Saturday, 21 July 2012
Monday, 9 July 2012
Sunday, 8 April 2012
Thursday, 22 March 2012
मधुमास के आते ही ....
मधुमास के आते ही प्रकृति के स्वर्ग कही जाने वाली सरोवरनगरी में मधु के प्रेमी भंवरों की मानो पौ-बारह है। इन दिनों वे एक-एक कली पर जाकर मंडराते हैं, सबका स्वाद लेते हैं। स्वाद भाया तभी वहां कुछ देर ठहरते हैं, अन्यथा किसी दूसरे फूल की ओर जा उड़ते हैं। नगर कोतवाली के पास खिले इस पुलम के इस पेड़ पर मंडरा रहे इस नटखट भंवरे के इरादे भी कुछ ऐसे ही लगते हैं।
Sunday, 18 March 2012
बुरांश-Rhododendron: The Flower on State Tree of Uttarakhand (India)
बुरांश पर और विस्तार से पढ़ें @ कफुवा, प्योंली संग मुस्काया शरद, बसंत शंशय में
लेबल:
Buransh,
Rhododendron
Tuesday, 28 February 2012
Thursday, 9 February 2012
Sunday, 5 February 2012
Wednesday, 1 February 2012
Thursday, 8 December 2011
Saturday, 22 October 2011
तुगलक: पागल नहीं था..(Tughlaq: was not crazy ..)
नैनीताल में प्रदर्शित पीरियड नाटक "तुगलक" की कुछ और फोटो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें.
period drama "Tughlaq" displayed in Nainital. Click here to see some more photos.
Wednesday, 7 September 2011
जगमग-जगमग झिलमिलाती ताल नैनीताल की (Glittering -shimmering Lake of Nainital...)
यह चित्र नैनीताल के १०८ वें विश्व प्रसिद्द नंदा महोत्सव के दौरान लिया गया है. महोत्सव की कुछ और फोटो यहाँ क्लिक करके देखी जा सकती हैं.
This picture was taken during Nainital's world famous 108th world famous "Nanda Devi" Festival. Some more photos of the Festival can be viewed by clicking here.
लेबल:
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Nanda Mahotsav,
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Friday, 5 August 2011
आड़ू, बेड़ू जैसा नहीं घिंघारू (Ghingharoo is not like Aadu and Bedu)
जी हां, आड़ू व बेड़ू के बाद पहाड़ पर अब घिंघारू (वानस्पतिक नाम पाइरा कैंथा क्रेनुलाटा-Pyracantha crenulata ) की झाडिय़ां भी छोटे-छोटे लाल रंग के फलों से लक-दक हो गई हैं। यहां सरोवरनगरी में नैनी झील किनारे फलों से लाल नजर आ रही इसकी झाडिय़ां सैलानियों को भी आकर्षित कर रही हैं। छोटी झाड़ी होने के बावजूद इसकी लकड़ी की लाठियां व हॉकी सर्वश्रेष्ठ मानी जाती हैं। वहीं कई घरों में इसकी लकड़ी को पवित्र मानते हुए भूत भगाने के विश्वास के साथ भी रखा जाता है। दांत के दर्द में औषधि की तरह दातून के रूप में भी इसका प्रयोग होता है। बच्चे इसके फलों को बड़े चाव से खाते हैं, जबकि इधर रक्त वर्धक औषधि के रूप में इसका जूस भी तैयार किया जाने लगा है।
विदेशों में यह सजावटी पौधे के रूप में "बोंजाई" यानी छोटे आकार में घरों के भीतर भी उगाया जाता है. इसकी पत्तियों को हर्बल चाय बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसकी लकड़ी चलने की छड़ें बनाने के लिए उपयोग की जाती है. सेब की तरह नारंगी लाल फल पक्षियों के भी प्रिय भोजन हैं.
(On the hills ,Like peach and "Bedhu", "Ghingaru" (botanical name Pyracantha crenulata) grows on small shrubs - tiny red fruit are filled here in the Lake city-Nainital. These small red fruits are attractive to tourists. Despite its wooden hockey sticks and small shrubs are best known. While many homes were considered holy by the wood is placed with the confidence of exorcism. Brush-like teeth in pain as the drug is also used. The fruits are relished by children, while enhancing drugs over the blood as the juice is being prepared.
विदेशों में यह सजावटी पौधे के रूप में "बोंजाई" यानी छोटे आकार में घरों के भीतर भी उगाया जाता है. इसकी पत्तियों को हर्बल चाय बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसकी लकड़ी चलने की छड़ें बनाने के लिए उपयोग की जाती है. सेब की तरह नारंगी लाल फल पक्षियों के भी प्रिय भोजन हैं.
Related News with my Photo taken from Internet |
In foreign countries, it's ornamental plants grown like "Bonsai", within the homes. Its leaves are used to make herbal tea. Its wood is used for making walking sticks. Orange-red fruits like apples, are beloved by birds for eating.)
लेबल:
Ghinghaaroo,
Nainital,
Pahadi Fal,
Pyracantha crenulata,
आड़ू,
घिंघारू,
बेड़ू
स्थान:
नैनीताल, उत्तराखंड, भारत
Saturday, 23 July 2011
Friday, 1 July 2011
पहाड़ से मैदान तक नजर (Plains are seen from very far Mountains )
मैदान से पहाड़ तो बहुत देखे होंगे, कभी पहाड़ से आसानी से देखा है मैदान .....Have you seen Plains and Hills like this without flying....
स्थान:
नैनीताल, उत्तराखंड, भारत
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